Tuesday 22 August 2017

जोधपुर के उलेमा हज़रात को हजारों बार दिल से सलाम

जिसका इंतजार था आखिर वो फैसला हो ही गया काबिले तारीफ....
जोधपुर के उलेमाओं ने एक बहुत ही बेहतरीन फैसला लिया है...
जो कोई भी रईसजादा या दिखावे की बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति शादी
विवाह में फ़िज़ूल खर्ची करेगा...सड़को पे खुशियों का तांडव मचाएगा
और डीजे, बैंड बाजे से बरात लायेगा या ले जायेगा उसका निकाह
"मदरसा इसाकिया" से फारिग कोई भी आलिम नही पढ़ाएगा और यदि
किसी बाहर के मौलाना ने ऐसे निकाह में शिरकत की तो उसे भी
"सज़ा ए बायकॉट" का दंड दिया जाएगा....

ऐसा काम बहुत पहले कर लेना चाहिये था.... खैर देर आये दुरुस्त आए....
अब हमारे दूसरे उलेमा  और समाज के सदरो से भी गुजारिश है कि आप
भी इस फैसले का पालन करे और  समाज की इन बुराइयों को जड़ से
मिटाने में सहयोग करे.....
अब्बास सर का भी बहुत बहुत शुक्रिया...

Monday 21 August 2017

कोरे सपने बेचते हुऐ भाजपा विधायक डॉ. विश्वनाथ


 
खाजूवाला विधानसभा के विधायक एवं संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ
 खाजूवाला विधानसभा के केलां गांव में एक सभा को संबोधित करते हुआ 
कहते हैं कि कृषि में नई तकनीक से खेती की जाए और 2022 तक किसानों 
की आय दोगुनी हो जाएगी....अब मंत्री जी को कौन समझाये कि केलां गांव में ज्यादतर बैरानी खेती कि 
जाती है जो पुरी तरह से मौसम पर आधारित खेती होती है और जमीनी 
पानी भी खेती योग्य नहीं.इसमें नवीनीकरण कहां से ले आओगे.... 
आपको शर्म आनी चाहिए की खाजूवाला का किसान पीने के पानी को 
तरस रहा है और आप बड़ी-बड़ी बातें करते हो कि हम कृषि  में आधुनिकरण 
लाएंगे... आपसे ऐसी कोई व्यवस्था नहीं हो पा रही है कि टेल(अंतिम छोर) तक
पूरा पानी पहुंचे. और आप बातें करते हैं आधुनिकरण की....अब बात करते हैं आपके दुसरे जुमले कि....जिसमें आपने कहा कि किसानों कि आय दोगुना हो जाऐगी ....लेकिन इसके लिये 2022 तक इंतजार करना पड़ेगा.....मंत्री जी क्या आप जानते हैं कि इस वक्त किसानों की सालाना आमदनी कितनी है ?मात्र बीस हजार(आर्थिक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के आधार से)...मतलब कि 1662 रू. मासिक औसत..... मान लेते हैं कि 2022  में यही दुगनी होकर 
3332 रु. हो जाएगी... महँगाई और  मुद्रा स्फीति को शामिल कर ली जाए तो इसकी 
क्रय शक्ति कितनी कम हो जाएगी???... अगर विश्वनाथ जी कोई नया सपना दिखा रहे हैं 
तो उन्हें अपना फ़ार्मूला और प्लान दोनों बताना चाहिए.... 2022 के बाद अगर 3332 रुपये प्रति माह हो भी जाए तो किसानों की आर्थिक स्थिति 
में क्या बदलाव आएगा?विश्वनाथ जी जुमले मत फेंकों प्लिज ....धरातल पर काम किजिये इसी लिये आपको यहां से
दो बार चुना गया है...