लगातार एक के बाद एक उपचुनाव में कांग्रेस का बेहतर रिजल्ट और गुजरात में कांग्रेस को जनता का भरपुर समर्थन से यह तस्वीर साफ होती दिख रही है कि जिस तरह से पूरे देश में मोदी सरकार कि एन्ट्री हुई थी जैसा देश भर में भाजपा को जनसमर्थन मिला था वो जनधार भाजपा खोती हुई प्रतीत होता नजर आ रहा है.. ... गुरदासपुर जो सदियों से भाजपा का गढ़ रहा वहां केन्द्र सरकार कि नीतियों और अंहकार का खामियाजा बहुत बड़े अंतर में हार कर भुगतना पड़ा.
और हाल ही के चित्रकूट का नतीजा... चित्रकूट में वहां के ही मुख्यमंत्री द्वारा 64 जनसभाऐं तकरीबन पूरी विधानसभा क्षेत्र के हर ग्राम पंचायत में एक जनसभा करने के बावजूद भी 14-15 हजार मतों से पराजित हुऐ..
और गुजरात में पुरा मंत्री मंडल स्थानीय एम. पी., एम. एल. ए. दिनरात एक कर किसी तरह से सत्ता वापसी के लिये दम लगा रहे हैं... वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी और अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी को ना केवल जनसमर्थन मिल रहा है बल्कि गुजरात में इस बार सरकार बनाते हुऐ भी दिख रहे हैं.. यह इस लिये है क्योंकि गुजरात का हर वर्ग भाजपा से नाराज़ है...
ऊना कांड के बाद दलित वर्ग नाराज़
नोटबंदी और जिएसटी के बाद व्यपारी वर्ग
आईस्युलेट के कारण पटेल वर्ग
गलत नितियों कि वजह से किसान वर्ग
OROP सही तरीके से लागु ना करने कि वजह से सैनिक परिवार
इनके अलावा चाहे मजदूर वर्ग हो या कोई दुसरी युनियान हो लगभग सभी भाजपा के विरोद्ध में दिखाई दे रहे हैं.....
भाजपा को गुजरात में सत्ता वापसी के केवल और केवल दो ही हथियार बचे हैं जिनमें पहला कांग्रेस कि अंदरूनी खेमेबाजी और दुसरा सांप्रदायिकता वाला माहौल बना कर ही सत्ता में आने का रास्ता बचा है...इसके अलावा सत्ताधारी पार्टी बिल्कुल ही लाचार और कमजोर दिखाई दे रही है...
Sunday 12 November 2017
जनता का बदलता मुड और कांग्रेस कि वापसी
Sunday 29 October 2017
खाजूवाला विधायक के नाम मुनशफ बलौच का खुला पत्र
खाजूवाला विधायक के नाम खुला पत्र
आदरणीय डॉ. विश्वनाथ जी,
नमस्कार सर.....
डॉ़ सहाब अखबार तो पढते हो ना.....
नहीं भी पढते तो में सुचित कर देता हुं कि राजस्थान के सबसे कमजोर और निठ्ठले विधायक का ठपा आप पर लग चुका है....
पत्रकार भी बेचारे कब तक आपको बचाते रहें और आपको झुठे सपने दिखाते रहें.....आखिरकर उन्होने आपके चिठ्ठे छाप दियें हैं....
यही वास्तविक पोजिसन है आपकी सर...चिंता ना करें.,
मुझे तो रोक लोगे विरोद्ध करने पर....लेकिन अब तो हर जगह आपकी विफलताओं के जयकारे हो रहे हैं....हवा बदल चुकी है सर....
खाजूवाला कि जनता ने आपको दो बार सम्मान दिया बदले में आपने क्या दिया?...
विकास के नाम पर क्षेत्र को क्या दिया?
जनसुनवाई के नाम पर सरकारी खर्चे पर क्षेत्र के दौरे तो किये लेकिन उन समस्याओं के निवारण के लिये आपने क्या किया?
सर आपने दस साल सिर्फ मस्ती ही कि है. जनता को कुछ भी नहीं दिया.
और हां सर हकिकत तो यही है कि क्षेत्र का तो विकास नहीं हुआ ...आपने अपना विकास जरूर कर लिया...विधायक से मंत्री बन गये.....और मंत्री से कुछ नामी लोगों के जी हजुर.....इससे ज्यादा कुछ भी नहीं.
अगले चुनाव में आप जनता के बीच क्या मुद्दे ले कर जाओगे ?
यह सवाल आपको परेशान नहीं करता?? ..मुझे यकिन है सर बिल्कुल परेशान नहीं करते ऐसे सवाल आपको कम से कम....अगर इस तरह के सवाल आपको परेशान करते तो आप यहां कि जनता के लिये कुछ कर जाते...जनता को युं इस तरह नाराज नहीं करते...
सर आज आपने खाजूवाला का नाम बदनाम किया है ....इसका जवाब सायद अगले चुनाव में आपको मिल जायेगा.....
जनता ने भी पुरा मुड बना लिया है इस बार इस गुंजते हुऐ नारे के साथ...
अबकी बार विश्वनाथ कि हार...
@मुनशफ बलौच
+919887607786
Thursday 28 September 2017
भाजपा - कांग्रेस में गुटबाजी जोरों पर
*कुचरनीयों का दौर शुरू*
जी हां जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे दोनो सक्रिय पार्टीयों के बीच गुटबाजी बढती ही जा रही है .....जैसे ही बीकानेर लोकसभा सीट के लिये अर्जुनराम के विकल्प के तौर पर डॉ. विश्वनाथ कि पत्नी का नाम उछाला जा रहा है वहीं खाजुवाला विधानसभा के सीट के लिये डॉ. विश्वनाथ के विकल्प के तौर पर अर्जुनराम के पुत्र रविशेखर का नाम उछाला जा रहा है जिससे डॉ. विश्वनाथ कि मुशकिलें ओर ज्यादा बढ गई हैं..
दोनो ही अपनी अपनी सीट से दो दो बार निर्वाचित हो चुके हैं और अपने क्षेत्र के लिये कुछ खास नहीं कर पाये जिसके कारण सायद पार्टी दोनो ही उम्मीदवारों के टिकट अगले चुनाव में काट सकती है...
अब बात करते हैं कांग्रेस पार्टी कि....
खाजुवाला विधानसभा में डुडी गुट कुचरनी के तौर पे हर बार कोई ना कोई नया कैंडिडेट का नाम उछाला जाता रहा है कभी गोपाल तो कभी इडंखिया वहीं दुसरी ओर गोविन्द राम क्षेत्र में अपना खुंटा गाड़े हुए हैं...जहां तक देखा जाये गोविन्द राम गुट डुडी गुट पर ज्यादा भारी पडते हुऐ नजर आ रहे हैं...यह बात साबित होती है पंचायत समिति चुनाव में गोविन्द राम अपने बल पर 15 में से 11 सीट जीता कर खुद कि पार्टी का बोर्ड बनाया ....और पिछले दिने ब्लॉक अध्यक्ष के चयन में भी डुडी गुट ये ज्यादा संख्याबल देखने को मिला चाहे वो मिंटिग खाजुवाला में कि हो या छतरगढ में.....
वहीं नोखा में डुडी के लिये मुशकिल का दौर शुरू होता है...नोखा में डुडी के समक्ष युवा चेहरा ओर क्षेत्र का चेहता जाट कैंडिडेट के तौर पर आत्माराम तरड हुंकार भरते नजर आ रहे हैं...तरड चाहे पार्टी का उम्मीदवार बन कर लडे या अजाद कैंडिडेट के तौर पे जिसका सीधा-सीधा नुकसान डुडी को ही है.ओर फायदा डुडी जी के प्रतिद्वंदी बिहारी लाल और कन्हेयालाल झंवर को है..तरड जाट समुदाये के वोटों पर सेंध लगायेगा ये जाहिर सी बात है...
लुनकरणसर सीट और डुंगरगढ सीट में भी कांग्रेस दो गुटों में विभाजित है वहां भी डुडी गुट सक्रिय भुमिका निभा रही है और दुसरी ओर बेनिवाल गुट...
@मुनशफ बलौच
Tuesday 22 August 2017
जिसका इंतजार था आखिर वो फैसला हो ही गया काबिले तारीफ....
जोधपुर के उलेमाओं ने एक बहुत ही बेहतरीन फैसला लिया है...
जो कोई भी रईसजादा या दिखावे की बीमारी से ग्रस्त व्यक्ति शादी
विवाह में फ़िज़ूल खर्ची करेगा...सड़को पे खुशियों का तांडव मचाएगा
और डीजे, बैंड बाजे से बरात लायेगा या ले जायेगा उसका निकाह
"मदरसा इसाकिया" से फारिग कोई भी आलिम नही पढ़ाएगा और यदि
किसी बाहर के मौलाना ने ऐसे निकाह में शिरकत की तो उसे भी
"सज़ा ए बायकॉट" का दंड दिया जाएगा....
ऐसा काम बहुत पहले कर लेना चाहिये था.... खैर देर आये दुरुस्त आए....
अब हमारे दूसरे उलेमा और समाज के सदरो से भी गुजारिश है कि आप
भी इस फैसले का पालन करे और समाज की इन बुराइयों को जड़ से
मिटाने में सहयोग करे.....
अब्बास सर का भी बहुत बहुत शुक्रिया...