Sunday 12 November 2017

जनता का बदलता मुड और कांग्रेस कि वापसी

लगातार एक के बाद एक उपचुनाव में कांग्रेस का बेहतर  रिजल्ट और गुजरात में कांग्रेस को जनता का भरपुर समर्थन से यह तस्वीर साफ होती दिख रही है कि जिस तरह से पूरे देश में मोदी सरकार कि एन्ट्री हुई थी जैसा देश भर में भाजपा को जनसमर्थन मिला था वो जनधार भाजपा खोती हुई प्रतीत होता नजर आ रहा है.. ... गुरदासपुर जो सदियों से भाजपा का गढ़ रहा वहां केन्द्र सरकार कि नीतियों और अंहकार का खामियाजा बहुत बड़े अंतर में हार कर भुगतना पड़ा.
और हाल ही के चित्रकूट का नतीजा... चित्रकूट में वहां के ही मुख्यमंत्री द्वारा 64 जनसभाऐं तकरीबन पूरी विधानसभा क्षेत्र के हर ग्राम पंचायत में एक जनसभा करने के बावजूद भी 14-15 हजार मतों से पराजित हुऐ..
और गुजरात में पुरा मंत्री मंडल स्थानीय एम. पी., एम. एल. ए. दिनरात एक कर किसी तरह से सत्ता वापसी के लिये दम लगा रहे हैं... वहीं दूसरी ओर राहुल गांधी और अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी को ना केवल जनसमर्थन मिल रहा है बल्कि गुजरात में इस बार सरकार बनाते हुऐ भी दिख रहे हैं.. यह इस लिये है क्योंकि गुजरात का हर वर्ग भाजपा से नाराज़ है...
ऊना कांड के बाद दलित वर्ग नाराज़
नोटबंदी और जिएसटी के बाद व्यपारी  वर्ग
आईस्युलेट के कारण पटेल वर्ग
गलत नितियों कि वजह से किसान वर्ग
OROP सही तरीके से लागु ना करने कि वजह से सैनिक परिवार
इनके अलावा चाहे मजदूर वर्ग हो या कोई दुसरी युनियान हो लगभग सभी भाजपा के विरोद्ध में दिखाई दे रहे हैं.....
भाजपा को गुजरात में सत्ता वापसी के केवल और केवल दो ही हथियार बचे हैं जिनमें पहला कांग्रेस कि अंदरूनी खेमेबाजी और दुसरा सांप्रदायिकता वाला  माहौल बना कर ही सत्ता में आने का रास्ता बचा है...इसके अलावा सत्ताधारी पार्टी बिल्कुल ही लाचार और कमजोर दिखाई दे रही है...